दुनिया प्रतिभा
संपन्न गरीब लोगो से भरी पड़ी हैं?
नमस्कार दोस्तों,
आज मैं फिर आपके
सामने एक विचारणीय विषय लाया हूँ |
दुनिया प्रतिभा
संपन्न गरीब लोगो से भरी पड़ी हैं?
दुनिया स्मार्ट,
गुणी, शिक्षित और प्रतिभासंपन्न लोगो से भरी हुई हैं| हम उनसे हर दिन मिलते हैं|
वे हमारे चारो तरफ हैं|
अक्सर, वे या तो गरीब हैं या फिर पैसे की समस्या से जूझ
रहे हैं या अपनी क्षमताओ से कम पैसा काम रहे हैं| और इसका जिम्मेदार उनके ज्ञान का
विषय नहीं हैं,बल्कि उनका अज्ञान हैं| वे एक बेहतर हैमबर्गर (अमेरिकन वाडा पाव) बनाने की दक्षता को पैना करने
में ही लगे रहते हैं और हैमबर्गर को बेचने और उसे घर तक पहुँचाने की दक्षता पर
बिलकुल भी ध्यान नहीं देते हैं|
“कितने ही लोग हैं
जो ज्यादा बेहतर हैमबर्गर बना लेते हैं शायद मैकडोनाल्ड सबसे अच्छे हैमबर्गर नहीं
बनता हैं, तो ऐसा क्यों होता हैं की मैकडोनाल्ड ज्यादा पैसा बना लेता हैं ?”
जवाब साफ हैं : मैकडोनाल्ड
मूलभूत रूप से एक औसत हैमबर्गर को बेचने और उसे घर तक पहुँचाने में सर्वश्रेष्ठ
हैं | मैकडोनाल्ड बिज़नेस सिस्टम में आपसे अच्छा हैं |
स्कूल और नौकरी में
‘विशेषज्ञता’ का विचार एक लोकप्रिय विचार हैं| यानि की ज्यादा धन कमाने के लिए या
प्रमोशन हासिल करने के लिए आपको ‘विशेषज्ञता’ हासिल करने की जरुरत हैं| स्कूल में
ऐसे लोगो का सम्मान किया जाता हैं जो कम से कम चीजों के बारे में ज्यादा से ज्यादा
पढते हैं| जबकि असल दुनिया में ठीक उल्टा होता हैं| जैसे की ‘हर चीज़ के बारे में
थोडा-थोडा पता होना चाहिए’
इस बारे में और
विस्तार से बात करने के लिए मैं आपको रोबर्ट टी. कियोसाकी जो की अमेरिका के जाने माने अरबपति और कई सारी बेस्ट सेलिंग बुक के लेखक हैं का एक इंटरव्यू का किस्सा
बताता हूँ -“ एक युवा महिला रिपोर्टर ने रोबर्ट टी कियोसाकी से कहा “ सर में भी आपकी तरह बुक्स लिखती हूँ| एक दिन
मैं भी आपके जैसे बेस्ट सेलिंग बुक लिखना चाहती हूँ|”
रोबर्ट टी कियोसाकी:
“मैंने आपकी लिखी बुक्स पढ़ी हैं| आपके लिखने की शैली दमदार और स्पष्ट हैं”
युवा रिपोर्टर:
”लेकिन मेरा काम कही का कही जाता हैं| मेरे सभी दोस्त लेखन की तारीफ करते हैं पर मेरी बुक्स ज्यादा सेल
नहीं होती? क्या आप इस बारे में कोई सुझाव देना चाहेंगे|”
रोबर्ट टी कियोसाकी:
“ हाँ बिलकुल , मेरा एक दोस्त हैं| वह एक स्कूल
चलता हैं जहाँ बिक्री सम्बन्धी प्रशिक्षण दिया जाता हैं | वो कई चोटी के कारपोरेशन
के लिए सेल्स- ट्रेनिंग कोर्स चलता हैं और मैं समझता हूँ की उसके कोर्स में शामिल
होने से आपका करियर बहुत ज्यादा विकसित हो जायेगा“
युवा रिपोर्टर : “आप
सचमुच ऐसा कह रहे हैं या मजाक कर रहे हैं ?“
शायद युवा रिपोर्टर
को रोबर्ट टी कियोसाकी की बात का बुरा लग गया था|
युवा रिपोर्टर : “
मेरे पास अंग्रेजी साहित्य में मास्टर डिग्री हैं और आप कहते हैं की मैं सेल्समेन
बनाने के लिए स्कूल जाऊ| मैंने मास्टर डिग्री इसलिए ली ताकि मुझे कभी सेल्समेन ना
बनना पड़े|” और वह अपना ब्रिफकेस ताकत से बंद कर रही थी| इंटरव्यू ख़त्म हो गया था |”
कॉफ़ी टेबल पर रोबर्ट
टी कियोसाकी की एक बेस्ट सेलिंग बुक रखी हुई थी| उन्होंने उसे उठाया और उस
रिपोर्टर के नोट्स को भी और कहा,” क्या आप इसे देख सकती हैं?” उसके नोट्स की तरफ
इशारा किया|
रिपोर्टर ने अपने
नोट्स में लिखा था ,” रोबर्ट टी कियोसाकी, बेस्ट-सेलिंग लेखक”|
रोबर्ट टी कियोसाकी:
“यहाँ पर बेस्ट-सेलिंग लेखक लिखा हुआ हैं, न कि बेस्ट-राइटिंग लेखक|”
यहाँ देख कर युवा
रिपोर्टर की आंखे फ़ैल गई |
रोबर्ट टी कियोसाकी:
“ मैं बहुत बुरा लेखक हूँ| और आप बहुत बढ़िया लेखिका हैं | मैं सेल्स स्कूल गया हूँ
| आपके पास मास्टर डिग्री हैं| आप सेल्स और मार्केटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर ले
तो एक बेस्ट-सेलिंग लेखिका और बेस्ट-राइटिंग लेखिका दोनों बन सकती हैं|”
इस वाक्या से ये
अहसास होता हैं की प्रतिभा ही पर्याप्त नहीं होती हैं | जब पैसे के बात आती हैं तो
ज्यादातर लोगों में केवल ज्यादा कड़ी मेहनत करने की दक्षता होती हैं | जबकि वो भरी
दौलत से सिर्फ एक दक्षता दूर होते हैं|
सारांश: देश- दुनिया में हजारो- लाखो लोग कंप्यूटर
प्रोग्रामिंग में विशेषज्ञ हैं लेकिन एक कॉलेज ड्राप आउट लडके मार्क जुकरबर जो की
फेसबुक और व्हाट्सएप्प का मालिक हैं ने पूरी दुनिया बदल दी और अरबपति बना इसलिए
नहीं की वो कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में विशेषज्ञ था बल्कि इसलिए की वो जानता था की
अपनी दक्षता का प्रचार कैसे करना हैं और उसे बेचना कैसे हैं?
Very deep and sensible thoughts...
ReplyDeleteThank you alok
DeleteVery nice bhai
ReplyDeleteThank you
DeleteVery nice bhaiya
ReplyDeleteThanks
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